Saturday 27 March 2021

Wednesday 17 March 2021

मौलाना इरशाद रशीद को गुजरात पुलिस ने किया पानीपत से गिरफ्तार: सोमनाथ में गजनवी को इस्लाम का गौरव बताने पर कार्रवाई

 

Tuesday 16 March 2021

‘शिवलिंग पर पेशाब कर रहा था, तभी की आसिफ की पिटाई’: जमानत पर छूटने के बाद श्रृंगी यादव का बड़ा खुलासा

 

श्रृंगी यादव, आसिफ, शिवलिंग पेशाब आरोप

आरोपित श्रृंगी यादव (बाएँ) को जमानत, महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती (दाएँ)

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में स्थित मुस्लिम बहुल क्षेत्र डासना के शिव-शक्ति मंदिर में आसिफ नाम के एक किशोर की पिटाई के बाद मंदिरों को बदनाम करने का सिलसिला चल पड़ा है। लेकिन, जिस तरह से महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कुछ तथ्यों के जरिए वामपंथी मीडिया गिरोह की बखिया उधेड़ी है, उसके बाद से कई दावे सामने आए हैं। अब श्रृंगी यादव ने आरोप लगाया है कि आसिफ शिवलिंग पर पेशाब कर रहा था।

‘सुदर्शन न्यूज़’ से बात करते हुए श्रृंगी यादव ने बताया कि वो लड़का झूठ बोल रहा है कि वो पानी पीने के लिए मंदिर के भीतर घुसा था। उन्होंने कहा कि मंदिर में कई शिवलिंग मौजूद हैं। आसिफ को पीटने के मामले में गिरफ़्तारी के बाद जमानत पर बाहर आए श्रृंगी यादव ने बताया कि उसने उस लड़के को शिवलिंग पर चढ़ाए गए जल में पेशाब करते हुए देखा था। साथ ही इस तथ्य को दोहराया कि अगर उसे पानी पीना होता तो वो मंदिर के बाहर कई चापाकल और नल हैं, उनमें से पी लेता।

उन्होंने बताया कि आसिफ के साथ एक और लड़का था, जो टोपी पहन कर आया हुआ था। चश्मदीद रहे श्रृंगी ने बताया कि उसने उस लड़के को ही सबसे पहले देखा था, जो दरवाजे पर खड़ा था। उन्होंने कहा कि वो लड़का अपनी पैंट की चेन खोल कर गलत हरकतें कर रहा था। उस समय कई हिन्दू महिला श्रद्धालु भी मंदिर में आए हुए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे लड़के अक्सर उलटी-सीधी हरकतें करने के लिए आते रहते हैं।

मंदिर के आसपास मुस्लिम समाज के युवकों द्वारा छेड़खानी का आरोप दोहराते हुए यादव ने कहा कि कुछ दिनों पहले दारुल उलूम देवबंद से कुछ लड़के आए थे और उन्होंने अपना नाम गलत बताया था। चेतावनी दिए जाने के बाद वो चले गए थे। उन्होंने बताया कि कुछ दी दिनों पहले भगवन परशुराम की प्राचीन प्रतिमा के साथ तोड़फोड़ की गई थी। साथ ही ये भी कहा कि यहाँ मंदिर के पास आकर लड़के गुंडागर्दी करते हैं।

वहीं ‘पाञ्चजन्य’ से बातचीत करते हुए महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने कहा कि पिछले 5 दिनों से सभी लोग मंदिर के पीछे पड़े हुए हैं और कह रहे है कि पानी पीने आए बच्चे को पीट दिया। उन्होंने कहा कि ये बात अगर होती तो ये बुरी बात है लेकिन वो हिन्दुओं से कहना चाहते हैं कि क्या सच में वो पानी पीने आया था? उन्होंने कहा कि बाहर से दिखाई भी नहीं देता है कि अंदर कोई नल है। उन्होंने कहा कि वो उसे ‘बच्चा’ नहीं मानते।

महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने ‘पाञ्चजन्य’ से की बातचीत

इसके बाद महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने बताया कि उनके शिष्य श्रृंगी यादव ने जमानत पर छूटने के बाद उन्हें सच्चाई बताई है कि असल में आसिफ मंदिर में शिवलिंग पर पेशाब कर रहा था। इसके बाद श्रृंगी यादव ने उसे पकड़ा। उन्होंने पूछा कि क्या हमारे भगवान इसीलिए हैं ताकि उनके ‘बच्चे’ आकर पेशाब करें? उन्होंने कहा कि 95% मुस्लिमों वाले इलाके में मंदिर में उनके प्रवेश का बोर्ड लगाना उनकी मजबूरी है।

यति नरसिंहानंद सरस्वती पिछले 15 वर्षों से वहाँ महंत हैं। उन्होंने हिन्दुओं को अपनी पीड़ा समझने की बात करते हुए पुलिस पर आरोप लगाए कि मंदिर में 4 बार डकैती की घटनाओं में कार्रवाई नहीं की गई क्योंकि वो मुस्लिमों के दबाव में थे। उन्होंने कहा कि बसपा विधायक असलम चौधरी ने भी देख लेने की धमकी दी है। उनके अनुसार वहाँ लोग रोज नरक झेल रहे हैं, उसे महसूस करना और दूर से सहानुभूति जताने में अंतर है।

हाल ही में विधायक असलम चौधरी ने कहा था, “डासना मंदिर हमारे पूर्वजों का मंदिर है। यह मंदिर हमारे पूर्वजों ने बनाया है। यहाँ पर कुछ गुंडे प्रवृत्ति के लोग आ गए। कुछ लोगों ने बाहर से आकर मंदिर पर कब्जा करना चाहा और तरह-तरह की एक्टीविटी करके यहाँ के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की। हम इन गुर्गों को बताना चाहेंगे कि मंदिर हमारी विरासत है। हम पानी पीने भी जाएँगे, अपनी मंदिर की देख-रेख करने भी जाएँगे। मैं मंदिर में जाऊँगा। मैं देखता हूँ कि कौन रोकता है।”

संदर्भ : OpIndia


कांवड लेकर जा रही महिला के साथ पडोसी अकरम और उसके साथी ने किया गैंगरेप

 

कांवड लेकर जा रही महिला के साथ पडोसी अकरम और उसके साथी ने किया गैंगरेप

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से भगवान शिव के दर्शन के लिए काँवड़ लेकर गई महिला से गैंगरेप का मामला सामने आया है। यूपी पुलिस ने इस मामले में 2 आरोपितों के खिलाफ FIR दर्ज की है। आरोपितों को धर-दबोचने के लिए पुलिस ने 2 टीमों का गठन किया है। आरोप है कि महिला अपने पति के साथ गई थी, लेकिन उसका पड़ोसी अकरम उसे फुसला कर आगरा ले गया और अपने साथी संदीप के साथ मिल कर गैंगरेप किया।

थाना हरदुआगंज क्षेत्र में हुई घटना के बारे में यूपी पुलिस ने बताया है कि अभियोग पंजीकृत कर लिया है। पुलिस का कहना है कि पीड़िता और आरोपित के बीच पूर्व से परिचय था। अलीगढ़ के SSP मुनिराज ने बताया कि महिला ने शिकायत की थी कि पति-पत्नी दोनों काँवड़ लेकर जा रहे थे, उसमें पति आगे निकल गया और महिला पीछे रह गई। आरोपित पीछे से बाइक से आए और लालच दिया कि वो महिला को आगे छोड़ देंगे।

पुलिस के अनुसार, इसके बाद महिला बाइक पर उनके साथ बैठ गई। इसके बाद वो महिला को लेकर कहीं और चले गए। इसके बाद महिला ने थाने में आकर गैंगरेप की FIR दर्ज कराई। महिला को मेडिकल टेस्ट कराने के लिए भेज दिया गया है। SSP ने जानकारी दी कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार कर के उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।

वहीं ‘लाइव हिंदुस्तान’ की खबर के अनुसार, थकान हो जाने के कारण पीड़िता तालानगरी स्थित एक पेट्रोल पम्प पर आराम कर रही थी, तभी दोनों आरोपित वहां आ धमके। उससे पहले अकरम ने फोन भी किया था और पूछा था कि महिला कहां है? इसके बाद वो बाइक से पहुँच कर और घर छोड़ देने के बहाने आगरा ले गया। अलीगढ़ के हरदुआगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है। अकरम महिला के पड़ोस में किराए पर रहता है।

संदर्भ : OpIndia

सोमनाथ में गजनवी का गुणगान करने वाले इरशाद रशीद ने माँगी माफी: मौलाना के खिलाफ गुजरात पुलिस ने दर्ज किया केस

 

सोमनाथ गजनवी इरशाद रशीद
गजनवी का गुणगान करने वाले इरशाद रशीद ने माँगी माफी

एक मुस्लिम व्यक्ति द्वारा गुजरात के सोमनाथ मंदिर को ध्वस्त करके उसे लूटने वाले इस्लामी आक्रांता महमूद गजनी का गुणगान करता हुआ वीडियो वायरल होने के बाद अब गुजरात पुलिस हरकत में आ गई है। पत्रकार जनक दवे के अनुसार पुलिस ने मौलाना के खिलाफ FIR दर्ज करते हुए पकड़ने की कोशिशें तेज कर दी है। जानकारी के मुताबिक मौलाना की पहचान हो गई है और उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

इस मुस्लिम शख्स की पहचान इरशाद रशीद के रूप में हुई है। वह 2016 से ‘जमाते आदिला हिंद’ नाम से एक इस्लामी यूट्यूब चैनल चला रहा है। कट्टरपंथी इस्लामवादी अतीत में कई बार हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने और सांप्रदायिक विद्वेष भड़काने के लिए अपने इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर चुका है।

इरशाद रशीद का यूट्यूब पेज (साभार: Janak Dave)

वायरल वीडियो में वो व्यक्ति ‘बिस्मिल्लाह ए रहमान ए रहीम’ से अपनी बात की शुरुआत करते हुए बताता है कि वो गुजरात के उस सोमनाथ मंदिर के पास आया हुआ है, जिसे कभी महमूद गजनवी और मोहम्मद इब्ने काजिम ने ‘फतह’ किया था। उसने मुस्लिमों को सलाह देते हुए कहा कि हमारे कारनामे रोशन बाग़ के अंदर लिखे हुए हैं और जरूरत है कि अभी वाली नस्ल अपने पूर्वजों के उन कारनामों को पढ़े, जैसे महमूद गजनवी ने दरिया को पार कर के पूरे हिंदुस्तान को ‘फतह’ किया था। उसने कहा कि आज का इतिहास भले ही उन्हें चोर-डाकू या जो भी कहे, लेकिन असली इतिहास उन्हें दीन और इस्लाम का प्रसार करने वाला बताया है।

महमूद गजनवी के महिमामंडन वाला इरशाद रशीद का वीडियो वायरल होने के बाद कई सोशल मीडिया यूजर्स ने नाराजगी जताई और कट्टरपंथी इस्लामवादी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की।

रोष के बाद, रशीद ने आज अपने चैनल पर एक वीडियो मैसेज अपलोड किया। इसमें उसने वायरल हुए वीडियो के लिए माफी माँगी। रशीद का दावा है कि उसने उस वीडियो को उस समय रिकॉर्ड किया था जब वह 4 मई, 2019 को सोमनाथ मंदिर गया था। उसका कहना है कि छोटे वीडियो की शूटिंग के पीछे उनका उद्देश्य केवल हिंदू मंदिर की प्रशंसा करना था। उसने मीडिया और कुछ सोशल मीडिया यूजर्स पर उसके पुराने वीडियो को विकृत करने और गलत ढंग से पेश कर उसे गलत दिखाने का आरोप लगाया।

इरशाद रशीद का वीडियो

इरशाद रशीद ने अपने वीडियो मैसेज में कहा, “मेरा इरादा भारतीयों या मेरे गुजराती भाइयों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाना या हिंदू पूजा स्थल का अपमान करना नहीं था। चाहे मंदिर हो, मस्जिद हो या चर्च हो, यह सभी हमारे पूजा स्थल हैं। मेरा इरादा मंदिर का अपमान करने या किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था।”

संदर्भ : OpIndia

Wednesday 10 March 2021

उज्जैन में तेजाब डाल कर हनुमान जी की मूर्ति को जलाया: हिन्दू संगठनों के लोग कार्रवाई के लिए सड़क पर, 144 लागू

उज्जैन में तेजाब डाल कर हनुमान जी की मूर्ति को जलाया: हिन्दू संगठनों के लोग कार्रवाई के लिए सड़क पर, 144 लागू 10 March, 2021 ऑपइंडिया स्टाफ़ मध्यप्रदेश, हनुमान मंदिर उज्जैन के हनुमान मंदिर में हनुमान जी की जली हुई मूर्ति 284 मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर शहर में डायवर्शन रोड पर पेट्रोल पंप के पास बने हनुमान मंदिर में असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ कर बजरंग बली की मूर्ति को जला कर काला कर दिया। मूर्ति की हालत देख मालूम होता है कि किसी ज्वलनशील पदार्थ को मूर्ति पर डाला गया। मामले की जानकारी होते ही हिंदू संगठन के लोग आक्रोशित हो गए और सड़कों पर आकर प्रदर्शन करने लगे। इस दौरान चक्का जाम भी हुआ। स्थिति इतनी तनावपूर्ण हो गई कि पुलिस को बैरिकेडिंग करनी पड़ी। वहीं हालातों के मद्देनजर बाजार भी बंद करा दिए गए हैं। मंदिर में क्षतिग्रस्त हुई हनुमान जी की मूर्ति रिपोर्ट्स में पथराव और तोड़फोड़ की बात भी कही जा रही है। हालाँकि स्थिति अभी नियंत्रण में हैं। शहर में धारा 144 लगाई गई है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द से जल्द मूर्ति को क्षतिग्रस्त करने वाला पकड़ा जाएगा। पुलिस की एक विशेष टीम आरोपितों को पकड़ने में लग गई है। मूर्ति देख पुलिस ने आशंका जताई है कि मूर्ति पर तेजाब डाला गया या फिर हो सकता उस पर आग लगाई गई हो। फॉरेंसिक दल इसकी जाँच कर रहा है। जानकारी के अनुसार, स्थानीयों के संज्ञान में ये घटना मंगलवार को आई, वो भी तब जब सुबह श्रद्धालु हनुमान जी के दर्शन को पहुँचे, वहाँ लोगों ने देखा कि वहाँ मूर्ति काली हुई पड़ी थी। थोड़ी देर में हर जगह इसका शोर हो गया। हिंदूवादी संगठन विरोध करने सड़कों पर उतर आए। प्रमुख मार्गों पर चक्का जाम कर दिया गया। लोगों ने घटना से नाराज होकर पुलिस और प्रशासन के ख़िलाफ़ नारेबाजी की। कई जगह पथराव भी हुआ। भारी भीड़ में घटना के ख़िलाफ़ जुलूस निकाले गए। स्थानीय समाचार पोर्टल Damoh Today के अनुसार, स्वस्तिक पीठ के संत डॉ अवधेश पुरी ने इस घटना को बेहद शर्मनाक बताया है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी 5 मार्च को मंदिर को नुकसान पहुँचाया गया था। यदि उसी समय कार्रवाई हो जाती तो यह दूसरी बार घटना नहीं होती। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के डॉ. नरेंद्र सिंह राजावत ने घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुँची है। उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि प्रशासन जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों को पकड़े। स्थानीय लोगों ने मोटरसाइकिल रैली निकाल कर असामाजिक तत्वों की गिरफ्तारी की माँग भी की। बता दें कि हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने पुलिस-प्रशासन पर सही से जाँच न करने का आरोप लगाया है। जिसके चलते एसपी सत्येंद्र शुक्ला ने टीआइ सतनाम सिंह को लाइन अटैच कर दिया और शहर में धारा 144 लगा दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जाँच शुरू कर दी है। https://hindi.opindia.com/national/ujjain-barnagar-hanuman-temple-deity-burnt-hindu-organisations-protesting-against-police/